Friday, February 15, 2019
मोबाइल पानी में गिरने पर ठीक करने की विधि: How to Repair Water Damage Phone
1. मोबाईल पानी में गिरने पर सबसे पहले उसकी बैटरी निकाल कर अलग रख देंवे।
Tuesday, February 12, 2019
आप गूगल पर हिंदी में बोलकर सर्च कर सकते हैं।
ऐंड्रॉयड पर हिंदी में बोल कर करे गूगल सर्चदोस्तों अभी कुछ दिन पहले आपने माइ बिग गाइड पर अभिमन्यु जी ने अपनी एक पोस्ट में हिन्दी में सर्च करने की जानकारी दी आज हम आपको बताएँगे की अगर आप एंडरोइड फोन का प्रयोग करते है तो उसमे हिन्दी मे बोलकर कैसे सर्च करें।
जी हां, गूगल पर सर्च करने के लिए अब आपको टाइप करने की जरूरत नहीं, क्योंकि यह काम अब आप बोलकर ही कर सकते हैं वो भी हिंदी में। लगातार भारतीय भाषाओं पर ध्यान दे रही गूगल कंपनी हिंदी में मैप्स देने के बाद एंड्रॉयड ,ओएस पर हिंदी में वॉइस सर्च की सर्विस देना शुरू किया है। यानि इस सर्विस के तहत आप गूगल पर हिंदी में बोलकर सर्च कर सकते हैं।
गौरलब है कि गूगल ने अपनी इस सर्विस के बारे में दो महीने पहले ही बता दिया था। तब कंपनी ने कहा था कि गूगल वॉइस सर्च अब भारतीय उच्चारण को भी समझेगा। इसके तहत हिंदी में बोलकर सर्च करने का फीचर ठीक-ठाक आपकी भाषा समझ लेगा। लेकिन बोलकर सर्च करने और टाइप करके सर्च करने के रिजल्ट्स में अंतर दिख सकता है।
कैसे करें इस्तेमाल-
एंड्रॉयड ओएस वाले डिवाइस पर हिंदी में सर्च करने के लिए आपको सेटिंग में थोड़ा सा बदलाव करना पड़ेगा। अपने ऐंड्रॉयड फोन की सेटिंग्स में जाइए। इसके अकाउंट्स में गूगल खोलिए। इसमें सर्च में जाइए। फिर वॉइस खोलिए। इसमें लैंग्वेज में हिंदी (भारत) चुनिए। सेव करिए।
अब आप अपने फोन की होम स्क्रीन पर ऊपर बार के किनारे बने माइक पर क्लिक करने के बाद हिंदी में बोलकर सर्च कर सकते हैं। आप गूगल सर्च ऐप और गूगल के वॉइस सर्च ऐप पर भी हिंदी में बोलकर सर्च कर सकते हैं।
हालांकि हमारे टेस्ट में कुछ फोन्स में वॉइस में लैंग्वेज का ऑप्शन दिखा, जबकि एक फोन में यह ऑप्शन ही नहीं दिखा।
एक और बड़ा फीचर इसके अलावा एक और बड़ा फीचर गूगल ने दिया है। गूगल ने अपना सर्च ऐप अपडेट किया है। इस अपडेट के बाद वॉइस सर्च एक ही वक्त में मल्टिपल लैंग्वेज सपॉर्ट (5 भाषाओं तक) करेगा। अब तक आपको अलग-अलग भाषा में सर्च करने के लिए बार-बार सेटिंग्स में बदलाव करना पड़ता था। अपडेट के बाद आप एक बार में ही कई भाषाएं जोड़ने के बाद अलग-अलग भाषा बोलेंगे और वॉइस सर्च उन्हें पहचान लेगा। लेकिन आपको एक वाक्य एक ही भाषा में बोलना होगा।
जी हां, गूगल पर सर्च करने के लिए अब आपको टाइप करने की जरूरत नहीं, क्योंकि यह काम अब आप बोलकर ही कर सकते हैं वो भी हिंदी में। लगातार भारतीय भाषाओं पर ध्यान दे रही गूगल कंपनी हिंदी में मैप्स देने के बाद एंड्रॉयड ,ओएस पर हिंदी में वॉइस सर्च की सर्विस देना शुरू किया है। यानि इस सर्विस के तहत आप गूगल पर हिंदी में बोलकर सर्च कर सकते हैं।
गौरलब है कि गूगल ने अपनी इस सर्विस के बारे में दो महीने पहले ही बता दिया था। तब कंपनी ने कहा था कि गूगल वॉइस सर्च अब भारतीय उच्चारण को भी समझेगा। इसके तहत हिंदी में बोलकर सर्च करने का फीचर ठीक-ठाक आपकी भाषा समझ लेगा। लेकिन बोलकर सर्च करने और टाइप करके सर्च करने के रिजल्ट्स में अंतर दिख सकता है।
कैसे करें इस्तेमाल-
एंड्रॉयड ओएस वाले डिवाइस पर हिंदी में सर्च करने के लिए आपको सेटिंग में थोड़ा सा बदलाव करना पड़ेगा। अपने ऐंड्रॉयड फोन की सेटिंग्स में जाइए। इसके अकाउंट्स में गूगल खोलिए। इसमें सर्च में जाइए। फिर वॉइस खोलिए। इसमें लैंग्वेज में हिंदी (भारत) चुनिए। सेव करिए।
अब आप अपने फोन की होम स्क्रीन पर ऊपर बार के किनारे बने माइक पर क्लिक करने के बाद हिंदी में बोलकर सर्च कर सकते हैं। आप गूगल सर्च ऐप और गूगल के वॉइस सर्च ऐप पर भी हिंदी में बोलकर सर्च कर सकते हैं।
हालांकि हमारे टेस्ट में कुछ फोन्स में वॉइस में लैंग्वेज का ऑप्शन दिखा, जबकि एक फोन में यह ऑप्शन ही नहीं दिखा।
एक और बड़ा फीचर इसके अलावा एक और बड़ा फीचर गूगल ने दिया है। गूगल ने अपना सर्च ऐप अपडेट किया है। इस अपडेट के बाद वॉइस सर्च एक ही वक्त में मल्टिपल लैंग्वेज सपॉर्ट (5 भाषाओं तक) करेगा। अब तक आपको अलग-अलग भाषा में सर्च करने के लिए बार-बार सेटिंग्स में बदलाव करना पड़ता था। अपडेट के बाद आप एक बार में ही कई भाषाएं जोड़ने के बाद अलग-अलग भाषा बोलेंगे और वॉइस सर्च उन्हें पहचान लेगा। लेकिन आपको एक वाक्य एक ही भाषा में बोलना होगा।
Sunday, February 10, 2019
Block Diagram Of Mobile Phone
मोबाइल ब्लॉक डायग्राम
Block Diagram Of Mobile Phone
चित्र में मोबाइल का ब्लॉक डायग्राम दर्शाया गया है। ब्लॉक डायग्राम यह प्रदर्शित करता है कि सारे पार्ट्स आंतरिक रुप से किस प्रकार जुड़े हुए है।
मोबाइल के ब्लॉक डायग्राम की मदद से हम यह आसानी से पता लगा सकते है कि समस्या मोबाइल के किस हिस्से में है जैसे यदि रिंगर में कोई समस्या है तो डायग्राम के अनुसार रिंगर लॉजिक आइ सी से जुड़ा हुआ है तो समस्या या तो रिंगर एवं लाजिक आइ सी से सम्बंधित है!
इसी प्रकार मोबाइल में जो भी समस्या है उससे संबंधित सर्किट को देखेंगे जैसे कीपेड, सीम, चार्जर, स्पीकर, माइक, नेटवर्क, डिस्प्ले, वाइब्रेटर आदि ।
मोबाइल के ब्लॉक डायग्राम की मदद से हम यह आसानी से पता लगा सकते है कि समस्या मोबाइल के किस हिस्से में है जैसे यदि रिंगर में कोई समस्या है तो डायग्राम के अनुसार रिंगर लॉजिक आइ सी से जुड़ा हुआ है तो समस्या या तो रिंगर एवं लाजिक आइ सी से सम्बंधित है!
इसी प्रकार मोबाइल में जो भी समस्या है उससे संबंधित सर्किट को देखेंगे जैसे कीपेड, सीम, चार्जर, स्पीकर, माइक, नेटवर्क, डिस्प्ले, वाइब्रेटर आदि ।
मोबाइल ब्लॉक डायग्राम 2
FEM : Front End Module
FEM = PFO + Antina Switch
UEM = Power IC + Charging IC + Logic IC + A F IC
UPP = CPU
FEM = PFO + Antina Switch
UEM = Power IC + Charging IC + Logic IC + A F IC
UPP = CPU
मोबाइल ब्लॉक डायग्राम
Block Diagram Of Mobile Phone
चित्र में मोबाइल का ब्लॉक डायग्राम दर्शाया गया है। ब्लॉक डायग्राम यह प्रदर्शित करता है कि सारे पार्ट्स आंतरिक रुप से किस प्रकार जुड़े हुए है।
मोबाइल के ब्लॉक डायग्राम की मदद से हम यह आसानी से पता लगा सकते है कि समस्या मोबाइल के किस हिस्से में है जैसे यदि रिंगर में कोई समस्या है तो डायग्राम के अनुसार रिंगर लॉजिक आइ सी से जुड़ा हुआ है तो समस्या या तो रिंगर एवं लाजिक आइ सी से सम्बंधित है!
इसी प्रकार मोबाइल में जो भी समस्या है उससे संबंधित सर्किट को देखेंगे जैसे कीपेड, सीम, चार्जर, स्पीकर, माइक, नेटवर्क, डिस्प्ले, वाइब्रेटर आदि ।
मोबाइल के ब्लॉक डायग्राम की मदद से हम यह आसानी से पता लगा सकते है कि समस्या मोबाइल के किस हिस्से में है जैसे यदि रिंगर में कोई समस्या है तो डायग्राम के अनुसार रिंगर लॉजिक आइ सी से जुड़ा हुआ है तो समस्या या तो रिंगर एवं लाजिक आइ सी से सम्बंधित है!
इसी प्रकार मोबाइल में जो भी समस्या है उससे संबंधित सर्किट को देखेंगे जैसे कीपेड, सीम, चार्जर, स्पीकर, माइक, नेटवर्क, डिस्प्ले, वाइब्रेटर आदि ।
मोबाइल ब्लॉक डायग्राम 2
FEM : Front End Module
FEM = PFO + Antina Switch
UEM = Power IC + Charging IC + Logic IC + A F IC
UPP = CPU
FEM = PFO + Antina Switch
UEM = Power IC + Charging IC + Logic IC + A F IC
UPP = CPU
Block Diagram Of Mobile Phone
मोबाइल ब्लॉक डायग्राम
Block Diagram Of Mobile Phone
चित्र में मोबाइल का ब्लॉक डायग्राम दर्शाया गया है। ब्लॉक डायग्राम यह प्रदर्शित करता है कि सारे पार्ट्स आंतरिक रुप से किस प्रकार जुड़े हुए है।
मोबाइल के ब्लॉक डायग्राम की मदद से हम यह आसानी से पता लगा सकते है कि समस्या मोबाइल के किस हिस्से में है जैसे यदि रिंगर में कोई समस्या है तो डायग्राम के अनुसार रिंगर लॉजिक आइ सी से जुड़ा हुआ है तो समस्या या तो रिंगर एवं लाजिक आइ सी से सम्बंधित है!
इसी प्रकार मोबाइल में जो भी समस्या है उससे संबंधित सर्किट को देखेंगे जैसे कीपेड, सीम, चार्जर, स्पीकर, माइक, नेटवर्क, डिस्प्ले, वाइब्रेटर आदि ।
मोबाइल के ब्लॉक डायग्राम की मदद से हम यह आसानी से पता लगा सकते है कि समस्या मोबाइल के किस हिस्से में है जैसे यदि रिंगर में कोई समस्या है तो डायग्राम के अनुसार रिंगर लॉजिक आइ सी से जुड़ा हुआ है तो समस्या या तो रिंगर एवं लाजिक आइ सी से सम्बंधित है!
इसी प्रकार मोबाइल में जो भी समस्या है उससे संबंधित सर्किट को देखेंगे जैसे कीपेड, सीम, चार्जर, स्पीकर, माइक, नेटवर्क, डिस्प्ले, वाइब्रेटर आदि ।
मोबाइल ब्लॉक डायग्राम 2
FEM : Front End Module
FEM = PFO + Antina Switch
UEM = Power IC + Charging IC + Logic IC + A F IC
UPP = CPU
FEM = PFO + Antina Switch
UEM = Power IC + Charging IC + Logic IC + A F IC
UPP = CPU
मोबाइल ब्लॉक डायग्राम
Block Diagram Of Mobile Phone
चित्र में मोबाइल का ब्लॉक डायग्राम दर्शाया गया है। ब्लॉक डायग्राम यह प्रदर्शित करता है कि सारे पार्ट्स आंतरिक रुप से किस प्रकार जुड़े हुए है।
मोबाइल के ब्लॉक डायग्राम की मदद से हम यह आसानी से पता लगा सकते है कि समस्या मोबाइल के किस हिस्से में है जैसे यदि रिंगर में कोई समस्या है तो डायग्राम के अनुसार रिंगर लॉजिक आइ सी से जुड़ा हुआ है तो समस्या या तो रिंगर एवं लाजिक आइ सी से सम्बंधित है!
इसी प्रकार मोबाइल में जो भी समस्या है उससे संबंधित सर्किट को देखेंगे जैसे कीपेड, सीम, चार्जर, स्पीकर, माइक, नेटवर्क, डिस्प्ले, वाइब्रेटर आदि ।
मोबाइल के ब्लॉक डायग्राम की मदद से हम यह आसानी से पता लगा सकते है कि समस्या मोबाइल के किस हिस्से में है जैसे यदि रिंगर में कोई समस्या है तो डायग्राम के अनुसार रिंगर लॉजिक आइ सी से जुड़ा हुआ है तो समस्या या तो रिंगर एवं लाजिक आइ सी से सम्बंधित है!
इसी प्रकार मोबाइल में जो भी समस्या है उससे संबंधित सर्किट को देखेंगे जैसे कीपेड, सीम, चार्जर, स्पीकर, माइक, नेटवर्क, डिस्प्ले, वाइब्रेटर आदि ।
बैटरी चेक करना एवं ठीक करना डिजिटल डीसी पॉवर मशीन के द्वारा हम निम्नलिखत कार्य कर सकते है. 1
बैटरी चेकिंग
बैटरी को चैक करने के लिए मल्टीमीटर को 20 वोल्ट या 200 वोल्ट डीसी की रेंज में रखते है
जैसा की चित्र में दिखाया गया है
अब ब्लैक प्राब को बैटरी के Negetive (-) पर एवं रेड प्राब को बैटरी के Positive(+) पर रखते है
और मीटर की रिडिंग नोट करते है यदि मीटर 0 (zero) वोल्ट बताता है तो उस बैटरी से मोबाइल न तो on होगा और न ही मोबाइल चार्जिंग पर जाएगा.
उस बैटरी को फिर झटका मशीन या एसीडीसी मशीन के द्वारा झटका देकर ठीक किया जा सकता है.
इसके अलावा यदि मीटर कुछ वोल्ट दिखाता है तो बैटरी चार्जिंग की जा सकती है ।
जैसा की चित्र में दिखाया गया है
अब ब्लैक प्राब को बैटरी के Negetive (-) पर एवं रेड प्राब को बैटरी के Positive(+) पर रखते है
और मीटर की रिडिंग नोट करते है यदि मीटर 0 (zero) वोल्ट बताता है तो उस बैटरी से मोबाइल न तो on होगा और न ही मोबाइल चार्जिंग पर जाएगा.
उस बैटरी को फिर झटका मशीन या एसीडीसी मशीन के द्वारा झटका देकर ठीक किया जा सकता है.
इसके अलावा यदि मीटर कुछ वोल्ट दिखाता है तो बैटरी चार्जिंग की जा सकती है ।
बैटरी चेक करना एवं ठीक करना
डिजिटल डीसी पॉवर मशीन के द्वारा हम निम्नलिखत कार्य कर सकते है.
- 1बैटरी चेक करना
- 2बैटरी रिपेयर करना या बैटरी को झटका देना.
- 3बिना बैटरी के मोबार्इल को आन करके देखना.
- 4मोबाइल को चार्ज करना.
- 5इस मशीन से निकलने वाले डीसी 1.5 से 15 वोल्ट का उपयोग अन्य कार्य में करना
बैटरी को ठीक करने के लिए उसे डीसी मशीन से हाई वॉल्टेज 15 वोल्ट डीसी दे कर शॉक (झटका) देते हैं.
या मार्केट में अलग से एक झटका मशीन उपलब्ध है जिसके द्वारा बैटरी को झटका दिया जा सकता है.
बैटरी को डीसी मशीन से चेक करने पर यदि 00.00 वोल्ट बताकर हरी लाइट जलती है तो बैटरी शार्ट है. उसे पून: उपयोग में नहीं लिया जा सकता है.
तथा बैटरी कुछ वोल्टेज बताती है तो उसे ठीक किया जा सकता है. बिना बैटरी के मोबाइल को ऑन करने के लिये पहले मशीन को 3.7 वोल्ट पर सेट कर लेना चाहिये.
या मार्केट में अलग से एक झटका मशीन उपलब्ध है जिसके द्वारा बैटरी को झटका दिया जा सकता है.
बैटरी को डीसी मशीन से चेक करने पर यदि 00.00 वोल्ट बताकर हरी लाइट जलती है तो बैटरी शार्ट है. उसे पून: उपयोग में नहीं लिया जा सकता है.
तथा बैटरी कुछ वोल्टेज बताती है तो उसे ठीक किया जा सकता है. बिना बैटरी के मोबाइल को ऑन करने के लिये पहले मशीन को 3.7 वोल्ट पर सेट कर लेना चाहिये.
मल्टीमीटर के द्वारा पार्ट्स की चैकिंगडीसी वॉल्टेज की रेंज में हम मोबाइल की बैटरी को चेक कर सकते है डीसी वॉल्टेज की रेंज में हम मोबाइल की बैटरी को चेक कर सकते हैडीसी वॉल्टेज की रेंज में हम मोबाइल की बैटरी को चेक कर सकते हैडीसी वॉल्टेज की रेंज में हम मोबाइल की बैटरी को चेक कर सकते है
मल्टीमीटर के द्वारा पार्ट्स की चैकिंग
डीसी वॉल्टेज की रेंज में हम मोबाइल की बैटरी को चेक कर सकते है.
डीसी वॉल्टेज की रेंज में हम मोबाइल की बैटरी को चेक कर सकते है
डीसी वॉल्टेज की रेंज में हम मोबाइल की बैटरी को चेक कर सकते है
1. डायोड: इसे बजर की रेंज में चैक करते है यह एक तरफ से कन्टीन्यूटी देता है और दुसरी तरफ से नही.
इसमें बजर नहीं बजना चाहिए केवल कन्टीन्यूटी आना चाहिए तो डायोड ठीक है।
2. एलइडी: इसे भी बजर की रेंज में चैक करते है। यह भी एक प्रकार का डायोड है
और यह भी एक तरफ से कन्टीन्यूटी देता है और दुसरी और से नहीं। यदि मीटर का सेल अच्छा है तो लाईट जलेगी भी सही।
3. कन्डेन्सर/केपेसिटर: इसे भी बजर की रेंज में चैक करतें है,
कन्डेन्सर किसी भी प्रकार की कोई कन्टीन्यूटी नहीं देता है तो सही है अगर दे तो खराब होगा.
4. फिल्टर कन्डेन्सर: इसे भी बजर की रेंज में चैक करतें है,
चैक करने पर मीटर में वेल्यू पहले बढ़ती है और फिर धीरे - धीरे घटती जाती है तो सही है,
अगर वेल्यू बढ़े या घटे नहीं तो फिल्टर कन्डेन्सर खराब है।
5. क्वाइल: इसे भी बजर की रेंज में चैक करतें है,
चैक करने पर बजर बजता है या कन्टीन्यूटी मिलती है तो यह सही है,
बजर नहीं बजे तो खराब है।
6. फ्यूज: इसे भी बजर की रेंज में चैक करतें है, चैक करने पर बजर बजता है या कन्टीन्यूटी मिलती है तो यह सही है, बजर नहीं बजे तो खराब है।
7. ट्रांजिस्टर: इसमें तीन इलेक्ट्रोड होते है, इसे भी बजर पर चैक करतें है, इसे चैक करने के लिये बारी बारी से मीटर के किसी एक प्रॉब को ट्रांजिस्टर के किसी एक इलेक्ट्रोड पर स्थिर रखते है और दुसरे दोनो इलेक्ट्रोड पर कन्टीन्यूटी चैक करतें है ।
एक एसी स्थिति ढुंढते है जिसमें किसी एक प्रॉब को स्थिर रखने पर दोनो इलेक्ट्रोड पर कन्टीन्यूटी मिले तो ट्रांजिस्टर सही है नहीं तो खराब।
8. रजिस्टेंस: इसे ओम की रेंज में चैक करतें है यह रजिस्टेंस की वेल्यू बताता है,
अगर वेल्यू नहीं बताएं तो यह खराब है।
9. स्पीकर/रींगर: इसे बजर की रेंज में चैक करतें है।
इसे चैक करने पर कन्टीन्यूटी मिलती है /बजर बजता है तो यह सही है नही मिले तो यह खराब है।
10. माईक: इसे भी बजर की रेंज में चैक करतें है,
इसे चैक करने पर यह एक तरफ से कन्टीन्यूटी देता है तो सही है।
11. वाइब्रेटर: इसे भी बजर की रेंज में चैक करतें है, इसे चैक करने पर यह कन्टीन्यूटी देता है तो सही है नहीं तो खराब।
इसे एसी डीसी मशीन के द्वारा भी चैक किया जाता है। एसी डीसी मशीन द्वारा चैक करने पर वाइब्रेटर वाइब्रेशन करेंगा तो सही है।
इसे 1.5 से 2.5 वोल्ट डी सी देकर चैक किया जा सकता है।
12. स्वीच: स्वीच को भी बजर की रेंज में चैक किया जा सकता है।
इसे चैक करने के लिये स्विच को प्रेस करना पड़ता है, तो बजर बजता तो सही है।
13. एक्सटर्नल एण्टीना: इसे भी बजर की रेंज में चैक किया जाता है।
इसे चैक करने पर बजर बजता है तो सही नही तो एण्टीना खराब है।
इसमें बजर नहीं बजना चाहिए केवल कन्टीन्यूटी आना चाहिए तो डायोड ठीक है।
2. एलइडी: इसे भी बजर की रेंज में चैक करते है। यह भी एक प्रकार का डायोड है
और यह भी एक तरफ से कन्टीन्यूटी देता है और दुसरी और से नहीं। यदि मीटर का सेल अच्छा है तो लाईट जलेगी भी सही।
3. कन्डेन्सर/केपेसिटर: इसे भी बजर की रेंज में चैक करतें है,
कन्डेन्सर किसी भी प्रकार की कोई कन्टीन्यूटी नहीं देता है तो सही है अगर दे तो खराब होगा.
4. फिल्टर कन्डेन्सर: इसे भी बजर की रेंज में चैक करतें है,
चैक करने पर मीटर में वेल्यू पहले बढ़ती है और फिर धीरे - धीरे घटती जाती है तो सही है,
अगर वेल्यू बढ़े या घटे नहीं तो फिल्टर कन्डेन्सर खराब है।
5. क्वाइल: इसे भी बजर की रेंज में चैक करतें है,
चैक करने पर बजर बजता है या कन्टीन्यूटी मिलती है तो यह सही है,
बजर नहीं बजे तो खराब है।
6. फ्यूज: इसे भी बजर की रेंज में चैक करतें है, चैक करने पर बजर बजता है या कन्टीन्यूटी मिलती है तो यह सही है, बजर नहीं बजे तो खराब है।
7. ट्रांजिस्टर: इसमें तीन इलेक्ट्रोड होते है, इसे भी बजर पर चैक करतें है, इसे चैक करने के लिये बारी बारी से मीटर के किसी एक प्रॉब को ट्रांजिस्टर के किसी एक इलेक्ट्रोड पर स्थिर रखते है और दुसरे दोनो इलेक्ट्रोड पर कन्टीन्यूटी चैक करतें है ।
एक एसी स्थिति ढुंढते है जिसमें किसी एक प्रॉब को स्थिर रखने पर दोनो इलेक्ट्रोड पर कन्टीन्यूटी मिले तो ट्रांजिस्टर सही है नहीं तो खराब।
8. रजिस्टेंस: इसे ओम की रेंज में चैक करतें है यह रजिस्टेंस की वेल्यू बताता है,
अगर वेल्यू नहीं बताएं तो यह खराब है।
9. स्पीकर/रींगर: इसे बजर की रेंज में चैक करतें है।
इसे चैक करने पर कन्टीन्यूटी मिलती है /बजर बजता है तो यह सही है नही मिले तो यह खराब है।
10. माईक: इसे भी बजर की रेंज में चैक करतें है,
इसे चैक करने पर यह एक तरफ से कन्टीन्यूटी देता है तो सही है।
11. वाइब्रेटर: इसे भी बजर की रेंज में चैक करतें है, इसे चैक करने पर यह कन्टीन्यूटी देता है तो सही है नहीं तो खराब।
इसे एसी डीसी मशीन के द्वारा भी चैक किया जाता है। एसी डीसी मशीन द्वारा चैक करने पर वाइब्रेटर वाइब्रेशन करेंगा तो सही है।
इसे 1.5 से 2.5 वोल्ट डी सी देकर चैक किया जा सकता है।
12. स्वीच: स्वीच को भी बजर की रेंज में चैक किया जा सकता है।
इसे चैक करने के लिये स्विच को प्रेस करना पड़ता है, तो बजर बजता तो सही है।
13. एक्सटर्नल एण्टीना: इसे भी बजर की रेंज में चैक किया जाता है।
इसे चैक करने पर बजर बजता है तो सही नही तो एण्टीना खराब है।
मोबाइल के विभिन्न पार्ट्स (Different Parts Of the Mobile Phone) list of all parts of any types mobile
मोबाइल के विभिन्न पार्ट्स
(Different Parts Of the Mobile Phone)
आंतरिक कीपेड (Internal Keypad)
बाहरी कीपेड (External Keypad)
सीम सॉकेट (Sim Socket)
बैटरी कनेक्टर (Battery Connector)
बैटरियां (Battery)
वायब्रेटर (Vibrator)
इयर फोन सॉकेट (Ear Phone Socket)
चार्जिंग सॉकेट (Charging Socket)
ऑन ऑफ स्वीच (On/Off Switch)
मेमोरी कार्ड सॉकेट (Memory Card Socket)
क्वाइल (Coil)
ट्रांजिस्टर (Transistor)
डायोड (Diode)
एलइडी (LED)
रजिस्टेन्स (Resistance)
रेग्युलेटर (Regulator)
केपेसिटर (Capacitor)
क्रिस्टल (Crystal)
डिस्प्ले(Display)
टचस्क्रीन (Touch Screen)
बीजीए (BGA)
एस एम डी (SMD)
माइक (Mike)
स्पीकर (Speaker)
रिंगर (Ringer)
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