Thursday, January 17, 2019

Powerpoint(पावरप्वाइन्ट ) पावर पॉइंट सीखे हिन्दी मे MSPOWERPOINT in hindi स्लाइड,ग्राफ,आर्गनाइजेशन चार्ट,मीडिया क्लिप्स,स्पीकर नोटस,हैन्डअउटस MSPOWERPOINTPOWERPOINT खोलने के लिए POWERPOINT खोलने के लिए Autocontent Wizard(आटो कन्टेन्ट विजार्ड POWERPOINT खोलने के लिए

Powerpoint(पावरप्वाइन्ट )

पावर पॉइंट सीखे हिन्दी मे MSPOWERPOINT in hindi स्लाइड,ग्राफ,आर्गनाइजेशन चार्ट,मीडिया क्लिप्स,स्पीकर नोटस,हैन्डअउटस

MSPOWERPOINT

Powerpoint(पावरप्वाइन्ट ):- यह साफ्टवेयर भी  msoffice के अन्दर पाया जाता है। जिसका प्रयोग सूचना को आकर्षित ढंग से पेश किया जाता है। इसमे data animation & sounds लगा सकते है। 
पावरप्वाइन्ट प्रेजेन्टेशन slides, handouts, speaker notes, media clips, object chart का एक समूह होता है।

Slide (स्लाइड):-यह  presentation  का एक भाग होता है। इसके अन्दर  text, object and graphics with animation & sound होता है। जिसका on screen presentation किया जाता हैं।

Hsandsouts(हैन्डअउटस):- यह presentation का printout  होता है। इसमें एक पेज में दो, चार, छः स्लाइडस हो सकती है। यह  prisentation मुख्य रूप से श्रोताओ को दिया जाता है। जिसमे स्लाइड के कन्टेन्टस कम्पनी का नाम प्रेजेन्टस, की तारीख और स्पीकर का नाम होता है।  

Speaker Notes (स्पीकर नोटस):-यह श्रोताओ के सामने print  करने में सहायता करता है। यह श्रोताओ को दिखायी नही देता है।

Media Clips (मीडिया क्लिप्स ):-इसके अन्तर्गत  sound, vedio clips animation  इत्यादि आते है। जिसके प्रयोग  presentation को आकर्षक एवं प्रिय बनाने के लिये किया जाता है।

Organisation Chart (आर्गनाइजेशन चार्ट ):-  यह किसी organization  के  structure को hierarchical manner में  present करने के लिये किया जाता है।

Graph(ग्राफ):- numerical  डाटा की प्रक्र्रति एव व्यवहार को आसानी से समझने के लिए इसका प्रयोग किया जाता हैं जैसे कि bar graph, pie chart & bar chart इत्यादि।


POWERPOINT खोलने के लिए

POWERPOINT खोलने के लिए Autocontent Wizard(आटो कन्टेन्ट विजार्ड

POWERPOINT खोलने के लिए

हम start->all program->mspowerpoint  पर click करते तो  powerpoint  खुल जाता है। और इसकी window screen पर दिखायी देती है। जो नीचे दी गयी है।

Autocontent Wizard(आटो कन्टेन्ट विजार्ड ):- इसकी मदद से step by step यूजर को screens  मिलती जाती है। जहाॅ पर यूजर  input करता जाता है। अन्ततः एक  presention  तैयार हो जाता है।




Powerpoint(पावरप्वाइन्ट )

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Powerpoint(पावरप्वाइन्ट ):- यह साफ्टवेयर भी  msoffice के अन्दर पाया जाता है। जिसका प्रयोग सूचना को आकर्षित ढंग से पेश किया जाता है। इसमे data animation & sounds लगा सकते है। 
पावरप्वाइन्ट प्रेजेन्टेशन slides, handouts, speaker notes, media clips, object chart का एक समूह होता है।

Slide (स्लाइड):-यह  presentation  का एक भाग होता है। इसके अन्दर  text, object and graphics with animation & sound होता है। जिसका on screen presentation किया जाता हैं।

Hsandsouts(हैन्डअउटस):- यह presentation का printout  होता है। इसमें एक पेज में दो, चार, छः स्लाइडस हो सकती है। यह  prisentation मुख्य रूप से श्रोताओ को दिया जाता है। जिसमे स्लाइड के कन्टेन्टस कम्पनी का नाम प्रेजेन्टस, की तारीख और स्पीकर का नाम होता है।  

Speaker Notes (स्पीकर नोटस):-यह श्रोताओ के सामने print  करने में सहायता करता है। यह श्रोताओ को दिखायी नही देता है।

Media Clips (मीडिया क्लिप्स ):-इसके अन्तर्गत  sound, vedio clips animation  इत्यादि आते है। जिसके प्रयोग  presentation को आकर्षक एवं प्रिय बनाने के लिये किया जाता है।

Organisation Chart (आर्गनाइजेशन चार्ट ):-  यह किसी organization  के  structure को hierarchical manner में  present करने के लिये किया जाता है।

Graph(ग्राफ):- numerical  डाटा की प्रक्र्रति एव व्यवहार को आसानी से समझने के लिए इसका प्रयोग किया जाता हैं जैसे कि bar graph, pie chart & bar chart इत्यादि।


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POWERPOINT खोलने के लिए Autocontent Wizard(आटो कन्टेन्ट विजार्ड

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हम start->all program->mspowerpoint  पर click करते तो  powerpoint  खुल जाता है। और इसकी window screen पर दिखायी देती है। जो नीचे दी गयी है।

Autocontent Wizard(आटो कन्टेन्ट विजार्ड ):- इसकी मदद से step by step यूजर को screens  मिलती जाती है। जहाॅ पर यूजर  input करता जाता है। अन्ततः एक  presention  तैयार हो जाता है।




Powerpoint(पावरप्वाइन्ट )

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Powerpoint(पावरप्वाइन्ट ):- यह साफ्टवेयर भी  msoffice के अन्दर पाया जाता है। जिसका प्रयोग सूचना को आकर्षित ढंग से पेश किया जाता है। इसमे data animation & sounds लगा सकते है। 
पावरप्वाइन्ट प्रेजेन्टेशन slides, handouts, speaker notes, media clips, object chart का एक समूह होता है।

Slide (स्लाइड):-यह  presentation  का एक भाग होता है। इसके अन्दर  text, object and graphics with animation & sound होता है। जिसका on screen presentation किया जाता हैं।

Hsandsouts(हैन्डअउटस):- यह presentation का printout  होता है। इसमें एक पेज में दो, चार, छः स्लाइडस हो सकती है। यह  prisentation मुख्य रूप से श्रोताओ को दिया जाता है। जिसमे स्लाइड के कन्टेन्टस कम्पनी का नाम प्रेजेन्टस, की तारीख और स्पीकर का नाम होता है।  

Speaker Notes (स्पीकर नोटस):-यह श्रोताओ के सामने print  करने में सहायता करता है। यह श्रोताओ को दिखायी नही देता है।

Media Clips (मीडिया क्लिप्स ):-इसके अन्तर्गत  sound, vedio clips animation  इत्यादि आते है। जिसके प्रयोग  presentation को आकर्षक एवं प्रिय बनाने के लिये किया जाता है।

Organisation Chart (आर्गनाइजेशन चार्ट ):-  यह किसी organization  के  structure को hierarchical manner में  present करने के लिये किया जाता है।

Graph(ग्राफ):- numerical  डाटा की प्रक्र्रति एव व्यवहार को आसानी से समझने के लिए इसका प्रयोग किया जाता हैं जैसे कि bar graph, pie chart & bar chart इत्यादि।




Excel : Edit Menu(इडिट मेनू) excel_Edit Menu(इडिट मेनू),paste special(पेस्ट स्पेशल),Fill(फिल),Clear(क्लियर),Delete(डिलीट),Move Or Copy Sheet(मूव या कापी शीट),Delete Sheet(डिलीट शीट) Edit Menu(इडिट मेनू

MS Excel : Edit Menu(इडिट मेनू) excel_Edit Menu(इडिट मेनू),paste special(पेस्ट स्पेशल),Fill(फिल),Clear(क्लियर),Delete(डिलीट),Move Or Copy Sheet(मूव या कापी शीट),Delete Sheet(डिलीट शीट) Edit Menu(इडिट मेनू ) paste special(पेस्ट स्पेशल):- जब किसी copy या CUT किये गये data को कही दूसरे स्थान पर एक विशिष्ट और उस पर कोई operation के साथ paste करना होता है। तो हम इस option को चुनते है। इसको select करने पर एक dialog box खुलता है। जहाॅ से paste का form & operation का type चुनते है। इसका dialog box नीचे दिया गया है। Fill(फिल):- इससे data को Row या column में एक विशिष्ट pattern से fill करने के लिये प्रयोग किया जाता है। इस आपशन के अन्दर कई sub-option होते है। वे इस प्रकार है। down (डाउन):- इससे data नीचे की ओर fill होता है। up(अप):- इससे data उपर की ओर fill होता है। Right(राइट):-इससे data दाहिने ओर fill होता है। Left(लेफ्ट ):- इससे data बायी ओर fill होता है। Series(सीरीज):- इस आपशन पर click करने से एक नया dialog box खुलता है। जो इस प्रकार है। जिस pattern में fill करना होता है। वह pattern ऊपर दिये गये dialog box से चुन लेते है। Clear(क्लियर):- इस option से selected cell की Information हटायी जाती है। इसके अन्दर निम्न sub option है। (1) All(आल): इससे cell के अन्दर मौजूद सभी जानकारी हट जाती है। (2) Format(फार्मेट):- इससे केवल formatहटाया जाता है। (3) Contents(कन्टेन्टस):- इससे content(data) हटाया जाता है। (4) Comments(कमेन्टस):-इससे comment हटाया जाता है। Delete(डिलीट):- इस आपशन से cell, Row या columnहटाया जाता है। इस पर click करने पर एक dialog box खुलता है। जिसमें से हम एक option select करते है। इसका dialog box इस तरह होता है। Delete Sheet(डिलीट शीट):- इससे पूरी sheet हट जाती है। A Move Or Copy Sheet(मूव या कापी शीट):- इससे पूरी sheet moveया copy किया जाता है।

MS Excel : Data Menu Data Menu एम एस एक्सेल डाटा मेनूहिन्दी मे सीखे sort(सार्ट ),Advance Filter(एडवान्स्ड फिल्टर),Pivote Table(पाइवोट टेबल),Consolidation(कन्सोलिडेशन),Table(टेबल)Auto Filter(आटो फिल्टर) MS Excel : Tools Menu (टूल्स मेनू) excel_Tools Menu(टूल्स मेनू) ,Merge Work Book (मर्ज वर्क,बुक),Goal Seek (गोल सींक),Scenario(सीनौरियो ),Auditing (आडिटिंग)

MS Excel : Tools Menu (टूल्स मेनू)

excel_Tools Menu(टूल्स मेनू) ,Merge Work Book (मर्ज वर्क,बुक),Goal Seek (गोल सींक),Scenario(सीनौरियो ),Auditing (आडिटिंग)

Tools Menu(टूल्स मेनू)

Share workbook
इस option के द्वारा वर्कबुक को नेटवर्क या इन्टरनेट के जरिये बहुत सारे user सूचना प्राप्त कर सकते है।

Merge Work Book (मर्ज वर्कबुक):- इस आपशन के द्वारा एक वर्कबुक में change करने पर दूसरी वर्कबुक में भी change merge  हो जाते है। इस प्रकति को merge  वर्कबुक कहते है।

Goal Seek (गोल सींक):- यह एक  data analysing tool है। जिसके माध्यम से लक्ष्य को प्राप्त करने का सही उपाय खोजा जाता है।
process of goal seek:-

1. place cell pointer of result cell
2. tools-> Goal Seek  पर  click करें।
3. change the value of result cell
4-tell reference of corressponding independent cell

उदाहरण के रूप में:- 




ऊपर दी गयी टेबल इन्टरेस्ट  Rs 400/= है। इसे बढा कर Rs 500/= करना चाहते है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिय हम इसके लिये सेल पाॅइन्टर D2 रखेगें और goal seek option  पर क्लिक करेगें तो एक  dialog box खुलेगा
जो इस प्रकार है।



और value 500 लिखेगें और By Reference कालम में $B$2 टाइप करने के बाद ok बटन पर क्लिक करेगें तो रेट लक्ष्य के अनुसार बदल जायंेगा
Scenario(सीनौरियो ):-यह भी एक Analysis tool है। जिसका प्रयोग वहाॅ किया जाता है। जहाॅ पर यह देखना हो कि input data को बदलने पर output पर क्या प्रभाव पडेगा। जैसे कि नीचे दी गयी टेबल में रेट 8 से 9.5 करने से इन्टरेस्ट पर क्या प्रभाव पडेगा।



इसके लिये tools->scenario option पर क्लिक करेगे तो इसका एक dialog box इस तरह खुलेगा



इसमे हमscenario नाम लिखेगे और changing cell में B2 लिख कर ok पर click करेगे



तो यह B2 की value पूछेगा उसमें 9-5 टाइप करेगे और ok button पर click करेगे ।



इसके summary बटन पर click करने से scenario रिर्पोट दिखेगी जिसमे interest बदला हुआ दिखायी देगा।



Auditing (आडिटिंग):- इसके द्वारा cell value की dependency & independency मार्क की जाती है-



MS Excel : Data Menu

Data Menu एम एस एक्सेल डाटा मेनूहिन्दी मे सीखे sort(सार्ट ),Advance Filter(एडवान्स्ड फिल्टर),Pivote Table(पाइवोट टेबल),Consolidation(कन्सोलिडेशन),Table(टेबल)Auto Filter(आटो फिल्टर)

Data Menu 

sort(सार्ट ):- इसके द्वारा डाटा को एक particular कालम के अनुसार ascending या  descending order  में व्यवस्थिति करते है।

Filter(फिल्टर):- इस option को प्रयोग डाटा को ढूढने के लिये किया जाता है। इसके अन्दर दो sub- option  होते है।

(1) Auto Filter
(2) Advance Filter

Auto Filter(आटो फिल्टर):-  इस आपशन का प्रयोग करने से सभी  Header Column में  Combo Box लग जाता है। जिसमें searching tools पाये जाते है। उसमे से  user अपनी जरूरत के अनुसार searching tool  चुनता है। जैसे-



Advance Filter(एडवान्स्ड फिल्टर):- इस option के द्वारा लिस्ट से condition  के अनुसार खोज कर दूसरे स्थान पर  display करते है। इसमे तीन प्रकार की  Range  का प्रयोग होता है।

(1) List Range
(2) Criteria Range
(3) Output Range

(1) List Range (लिस्ट रेन्ज ):-  यह वह रेन्ज होती है। जहाॅ से Records के खोजे जाती है।
(2) Criteria Range(कराइटेरिया रेन्ज ) यह वह range  होती है। जहाॅ पर condition  दी जाती है। इसी condition  के अनुसार लिस्ट रेन्ज से डाटा फिल्टर होता है।
(3) Output Range (आउटपुट रेन्ज ):- यह वह रेन्ज होती है। जहाॅ पर output display होता है। जो  range critera रेन्ज के अनुसार लिस्ट रेन्ज से फिल्टर होते है। वह सभी records  इसी रेन्ज मे प्रिन्ट होता है।

Practicall Approach:-

1 prepare a data list
2 copy header row
3 paste it twice at different location

a. first for criteria range
b. second for output range

   4 set the condition in criteria range for filtering data
   5 set the cell pointer at first cell of list range
   6 select advanced filter option from filter them it  display a dialog box tell criteria range ,output range and  press ok button alter that you will see the filtered records in output range.

उदाहरण के रूप में 








Form(फार्म ):- फार्म आपशन से user interface बनाया जाता है। जिसकी सहायता से डाटा को व्यवस्थिति किया जाता है। फार्म बनाने के सबसे पहले cell pointer को पहली cell में रखा जाता है। और उसके बाद इस आपशन पर click किया जाता है। जैसे कि नीचे दिया गया है।



subtotal(सबटोटल):- यह आपशन वहाॅ पर प्रयोग किया जाता है। जहाॅ पर एक नाम से कइ्र्र रिकार्ड होते है। और वह financial activities से सम्बन्धित हो। जैसे कि एक कम्पनी में कई सेल्समैन कई item अलग-अलग जगहो पर बेचना है। तो वहाॅ पर हर सेल्समैन का total और Grand total निकालने की जरूरत पडती है। इसके लिए सबसे पहले हमें रिकार्ड की ascending order में sort कर लेते है। उसके बाद लिस्ट के select करिये और इस आपशन पर click करे। जैसे कि नीचे दिया गया है।





Validation(वैलिडेशन):- इस आपशन के द्वारा सीट के अन्दर कार्य पद्वति के नियम स्थापित किये जाते है। जैसे कि हम अपनी कम्पनी के employees को 5000 से कम और 10000 के बीच वेतन देते है तो हम यह चाहते है कि salary column में 5000 से कम और 10000 से ज्यादा की Entry user से न हो जाये तो इसके लिये salary column में validation लगा देगे। जैसे कि नीचे दिया गया है।










Table(टेबल):- इस आपशन का प्रयोग वहाॅ किया जाता है। जहाॅ पर financeial परिणाम जानने हो जैसे कि बैंक से लोन ले तो कितने महीने में किस रेट से, कितनी किस्त अदा करनी पडेगी। इसके लिये एक टेबल बना कर देख लेते है। जैसे कि नीचे दिया गया है।




Consolidation(कन्सोलिडेशन):- इस आपशन का प्रयोग वहाॅ पर किया जाता है। जहाॅ पर दो या दो से अधिक Locations की value का total या awerage निकालना हो। जैसे कि नीचे दिया गया है।





Pivote Table(पाइवोट टेबल):- इस आपशन के द्वारा data sheet की summery report तैयार की जाती है। जिसमें किसी विशिष्ट values को column & row wise total एवं grand total प्राप्त कर सकते है। जैसे कि नीचे दिया गया है।










MS Excel : Insert menu (इन्सर्ट) excel_INSERT MENU(इन्सर्ट) ,Chart (चार्टMS Excel : view menu (वीव मेनू) excel_view menu (वीव मेनू),Formula Bar(फार्मूला बार),Custom View(कस्टम वीव) ) MS Excel : Edit Menu(इडिट मेनू) excel_Edit Menu(इडिट मेनू),paste special(पेस्ट स्पेशल),Fill(फिल),Clear(क्लियर),Delete(डिलीट),Move Or Copy Sheet(मूव या कापी शीट),Delete Sheet(डिलीट शीट)

MS Excel : Edit Menu(इडिट मेनू) excel_Edit Menu(इडिट मेनू),paste special(पेस्ट स्पेशल),Fill(फिल),Clear(क्लियर),Delete(डिलीट),Move Or Copy Sheet(मूव या कापी शीट),Delete Sheet(डिलीट शीट) Edit Menu(इडिट मेनू ) paste special(पेस्ट स्पेशल):- जब किसी copy या CUT किये गये data को कही दूसरे स्थान पर एक विशिष्ट और उस पर कोई operation के साथ paste करना होता है। तो हम इस option को चुनते है। इसको select करने पर एक dialog box खुलता है। जहाॅ से paste का form & operation का type चुनते है। इसका dialog box नीचे दिया गया है। Fill(फिल):- इससे data को Row या column में एक विशिष्ट pattern से fill करने के लिये प्रयोग किया जाता है। इस आपशन के अन्दर कई sub-option होते है। वे इस प्रकार है। down (डाउन):- इससे data नीचे की ओर fill होता है। up(अप):- इससे data उपर की ओर fill होता है। Right(राइट):-इससे data दाहिने ओर fill होता है। Left(लेफ्ट ):- इससे data बायी ओर fill होता है। Series(सीरीज):- इस आपशन पर click करने से एक नया dialog box खुलता है। जो इस प्रकार है। जिस pattern में fill करना होता है। वह pattern ऊपर दिये गये dialog box से चुन लेते है। Clear(क्लियर):- इस option से selected cell की Information हटायी जाती है। इसके अन्दर निम्न sub option है। (1) All(आल): इससे cell के अन्दर मौजूद सभी जानकारी हट जाती है। (2) Format(फार्मेट):- इससे केवल formatहटाया जाता है। (3) Contents(कन्टेन्टस):- इससे content(data) हटाया जाता है। (4) Comments(कमेन्टस):-इससे comment हटाया जाता है। Delete(डिलीट):- इस आपशन से cell, Row या columnहटाया जाता है। इस पर click करने पर एक dialog box खुलता है। जिसमें से हम एक option select करते है। इसका dialog box इस तरह होता है। Delete Sheet(डिलीट शीट):- इससे पूरी sheet हट जाती है। A Move Or Copy Sheet(मूव या कापी शीट):- इससे पूरी sheet moveया copy किया जाता है। MS Excel : view menu (वीव मेनू) excel_view menu (वीव मेनू),Formula Bar(फार्मूला बार),Custom View(कस्टम वीव) view menu (वीव मेनू) इस मेनूमें formula bar और custom view के अलावा सभी आपशन वही है। जिनको हमनें msword मे पढा है। Formula Bar(फार्मूला बार):- इस आपशन से formula bar प्रदर्शित या गायब किया जाता है। Custom View(कस्टम वीव):- इस आपशन के द्वारा sheet के अन्दर किसी portion का नाम दिया जाता है। और फिर हम उस नाम के माध्यम से उस जगह पर आसानी से पहुच सकते है। MS Excel : Insert menu (इन्सर्ट) excel_INSERT MENU(इन्सर्ट) ,Chart (चार्ट ) INSERT MENU(इन्सर्ट) Insert menu के अन्दर अबजेक्ट को पेज में इन्सर्ट करने से सम्बन्धित आपशन होते है। cell pointer जहाॅ पर होता है। वह नयी cell ,Row, column, worksheet insert कर सकते है। Chart (चार्ट ):- किसी भी Numerical data का graphical Representation कर सकते है। जैसे कि किसी डाटा का column , bar, pie या Line chart इत्यादि बना सकते है। चार्ट बनाने की विधिः- (1) select the data (2) insert –> chart पर क्लिक करे (3) select type of chart from chart wizard (4) click on next button (5) Give the name of chart, value of x-axis and value of y-axis and then click next button (6) select the place where chart placed 1- as new sheet 2- as object in

MS Excel : Table बनाना सीखें Insert Table (इन्सर्ट-टेबल):- इस option से document MS Excel : menu(मेनू) excel_File Menu(फाइल मेनू),Print Area(प्रिन्ट एरिया ),Clear Print Area(क्लियर प्रिन्ट एरिय) Menu(मेनू) Excel में commands menu में आपशन के रूप में उपलब्ध होती है। commands की प्रक्रति एवं व्यवहार के अनुसार समूहो में बाॅट दिया जाता है। जैसेः- file menu, edit menu, vew menu. इत्यादि।

MS Excel : Table बनाना सीखें Table Tables (टेबल्स ):- msword में जब कभी हमें data को tabular form में लिखना होता है। tables का प्रयोग करते है। इससे data को rows & columns में लिखा जाता है। और इसके data को format करने से सम्बन्धित commands पाये जाते है। वे इस प्रकार है। Insert Table (इन्सर्ट-टेबल):- इस option से document में table बनाते है। इसको select करने पर एक dialog box खुलता है। जिसमें number of rows & no. of columns select या input कर ok button पर करने पर जहाॅ कर cursor होता है वहाॅ पर table बन जाती है। इसका dialog box इस तरह दिखता है। Insert- Row (इनसर्ट रो ) इससे table में एक नई row insert हो जाती है। Insert-Column (इनसर्ट-कलम):- इससे table में एक नया कालम जुड जाता है। Delete-Table(डिलीट-टेबल):- इससे seleted table document से हट जाती है। Delete-Rows(डिलीट-रो ):-इससे selected rowटेबल से हट जाती है। Delete–Column(डिलीट-कालम):-इस आपशन से slected column टेबल से हट जाता है। Select-Table(सेलेक्ट-टेबल):- इसके द्वारा टेबल को select किया जाता है। Select-Row(सेलेक्ट-रो ):-इससे table के अन्दर उस column को select हो जाता है। जहाॅ पर cursor होता है। Merge-Cells(मर्ज सेल्स ):- इसकी सहायता से दो या दो से अधिक selected cells एक मे मिला दिया जाता है। Split Cell(स्पिलिट सेल):- इस commond की सहायता से एक cell में दो या दो से अधिक cells बनायी जाती है। Split Table (स्पलिट टेबल): इससे table को कई भागो में बाॅटा जाता है। जहाॅ पर cursor होता है। वहाॅ से दो भागो में बट जाती है। Table Autoformat (टेबल आटोफारमेट):- इस आपशन के माध्यम से table को format किया जाता है। इसके select करने पर एक dialog box display होता है। जहाॅ पर पहले से बने हुए कुछ format दिखायी देते है। उनमें से format को select करते है table उस format में बदल जाती है। इसको select करने पर dialog box इस तरह दिखायी पड़ता है। Convert (कनवर्टZ):- इस option के द्वारा selected table को text में या table को text में convert किया जाता है। Sort (सार्ट ):- इस आपशन से data को ascanding / descending order में व्यवस्थित किया जाता है। Formula(फार्मूला ):- इस आपशन के द्वारा table के अन्दर मौजूद data कों row wise / column wise या cell wise गणना करने के लिए कुछ formula(सूत्र ) उपलब्ध होते है। जिनका प्रयोग कर हम गणनाएॅ कर सकते है। इसका dialog box इस प्रकार होता है। MS Excel : Table बनाना सीखें Table Tables (टेबल्स ):- msword में जब कभी हमें data को tabular form में लिखना होता है। tables का प्रयोग करते है। इससे data को rows & columns में लिखा जाता है। और इसके data को format करने से सम्बन्धित commands पाये जाते है। वे इस प्रकार है। Insert Table (इन्सर्ट-टेबल):- इस option से document में table बनाते है। इसको select करने पर एक dialog box खुलता है। जिसमें number of rows & no. of columns select या input कर ok button पर करने पर जहाॅ कर cursor होता है वहाॅ पर table बन जाती है। इसका dialog box इस तरह दिखता है। Insert- Row (इनसर्ट रो ) इससे table में एक नई row insert हो जाती है। Insert-Column (इनसर्ट-कलम):- इससे table में एक नया कालम जुड जाता है। Delete-Table(डिलीट-टेबल):- इससे seleted table document से हट जाती है। Delete-Rows(डिलीट-रो ):-इससे selected rowटेबल से हट जाती है। Delete–Column(डिलीट-कालम):-इस आपशन से slected column टेबल से हट जाता है। Select-Table(सेलेक्ट-टेबल):- इसके द्वारा टेबल को select किया जाता है। Select-Row(सेलेक्ट-रो ):-इससे table के अन्दर उस column को select हो जाता है। जहाॅ पर cursor होता है। Merge-Cells(मर्ज सेल्स ):- इसकी सहायता से दो या दो से अधिक selected cells एक मे मिला दिया जाता है। Split Cell(स्पिलिट सेल):- इस commond की सहायता से एक cell में दो या दो से अधिक cells बनायी जाती है। Split Table (स्पलिट टेबल): इससे table को कई भागो में बाॅटा जाता है। जहाॅ पर cursor होता है। वहाॅ से दो भागो में बट जाती है। Table Autoformat (टेबल आटोफारमेट):- इस आपशन के माध्यम से table को format किया जाता है। इसके select करने पर एक dialog box display होता है। जहाॅ पर पहले से बने हुए कुछ format दिखायी देते है। उनमें से format को select करते है table उस format में बदल जाती है। इसको select करने पर dialog box इस तरह दिखायी पड़ता है। Convert (कनवर्टZ):- इस option के द्वारा selected table को text में या table को text में convert किया जाता है। Sort (सार्ट ):- इस आपशन से data को ascanding / descending order में व्यवस्थित किया जाता है। Formula(फार्मूला ):- इस आपशन के द्वारा table के अन्दर मौजूद data कों row wise / column wise या cell wise गणना करने के लिए कुछ formula(सूत्र ) उपलब्ध होते है। जिनका प्रयोग कर हम गणनाएॅ कर सकते है। इसका dialog box इस प्रकार होता है।

MS Excel क्या हैकैसे एक्सेल start करे Starting MsExcel start->all programs->msoffice->excel पर क्लिक करने से excel की एम एस एक्सेल में सम फार्मूला सीखें

MS Excel क्या है MS Excel :- MS Excel एम एस आफिस का एक भाग है जिसे spread sheet package के नाम से जाना जाता है जिसमें data को rows और columns में लिखा जाता है और उसके बाद उस पर किसी भी तरह की calculation कर सकते हैं। जैसे कि mathematical statistical और financial इत्यादि। इसमें data का विश्लेषण कर सकतंे है और उसकी report बना सकते है। इसमें data का graph के रूप में प्रदशित कर सकते है। कैसे एक्सेल start करे Starting MsExcel start->all programs->msoffice->excel पर क्लिक करने से excel की Work Book :- (वर्क बुक) यह Excel का एक document होता है इसके अन्दर 255 work sheet होती है By Default इसमें तीन sheet दिखायी देती है। Spreat sheet (स्प्रेटशीट):- यह Excel document के पंेज होते है इसको worksheet भी कहां जाता है यह grid of cells or grid of rows & columns होता है। इसके अन्दर 65 536 rows और 256 columns होते है। जहां पर rows और columns एक दूसरे को intercept करते है वहां पर एक rectagle area बनता है जिसे Cell कहतें है। Cell excel document का सबसे छोटा एवं महत्वपूर्ण unit है। जिसमें data या information store की जाती है और उस पर किसी भी तरह की गणना कर सकते है हर cell का अपना एक विशिष्ट address या reference no. होता है। जो columns & rows को sequence में लिखने से प्राप्त होता है। Cell Reference(सेल रिफेन्स ) :- हर cell का अपना एक unique address होता है। जिसके माध्यम से cell की value को access किया जाता है। यह 4 प्रकार का होता है। (1) Relative Reference (2) Absolute Reference (3) Relative & Absolute Reference (4) Absolute & Relative Reference 1. Relative Reference(रिलेटिव रिफ्रेन्स ):- यह Reference column & row को sequence में लिखने से प्राप्त होता है। इसमंें एक cell के reference में दूसरी cell का reference पहली cell के अनुसार बदल जाता है। इसका प्रयोग करने से गणनाए करने में आसानी एवं जल्दी हो जाती है। यह cell Reference इस प्रकार लिखा जाता है। जैसे :- a2, b2 & c3 इत्यदि 2. Absolute Reference (आब्सोल्यूट रिफ्रेन्स ):- इसमें reference को doller के साथ में लिया जाता है। इसमें एक cell का Reference दूसरे cell के Reference में बदलता नहीं है। जैसेः- $a$2 ,$b$2 और $c$2 इत्यादि (3) Relative & Absolute Reference(रिलेटिव और अबसोल्युट) :- इसमें column को रिलेटिव और Row को absolute कर दिया जाता है। जिसमें की column दूसरी cell के Reference में बदल जाता है। परन्तु row नहीं बदलती है। जैसेः- a$2 & c$3. etc. 4. Ablolute & Relative Reference (अबसोल्युट और रिलेटिव रिफं्रेस):- इसमें column को absolute & Row को Relative लिखा जाता है। जिसमें की column fix हो जाता है। और Row बदलती है। जैसेः- $A2, $B2, और $C2 इत्यादि। एम एस एक्सेल में सम फार्मूला सीखें आज से एक सप्‍ताह तक हम my big guide पर ms excel formulas with examples बतायेंगें, हमें आशा हैं कि यह आपके अवश्‍य काम आयेगें, इससे पहले हम ms excel का MS एक्सेल 2007 का introduction हिंदी में दे ही चुके हैं, आज हम बतायेंगे कि excel के sum formula के Use कैसे किया जाये, यह बहुत उपयोगी और सरल formula है - सबसे पहले Image 1.1 देखिये यहॉ column & Raw को दर्शाया गया है, इन्‍हीं से मिलकर cell बनता है, ms excel में formulas का प्रयोग करने से पहले याद रखिये कि formula हमेशा cell के लिये लगाया जाता है, उस cell में लिखी संख्‍या से कोई भी हो सकती है। अगर आपको ms excel में sum formula का प्रयोग करना है तो cell में लिखी संख्‍या पर नहीं cell पर ध्‍यान दीजिये - For example - अगर आपको a1 से a4 तक के Cells को जोडना है तो a5 या किसी अन्‍य cell में टाइप कीजिये =SUM(A1:A4) image 1.2 देखिये - आप अलग-अलग cells को अपनी मर्जी के अनुसार भी चुन सकते हैं - जैसे =sum(a1+a2+a4) यहॉ हमने Cell a3 को छोडकर बाकी cell का योग किया है।

MS Word : View Menu (वीव मीन) word_View Menu (वीव मीन):- Web layout:,Normal,print

MS Word : View Menu (वीव मीन) word_View Menu (वीव मीन):- Web layout:,Normal,print layout,out line,Tool Bars(टूलबार),Header & Footer (हेडर और फुटर),Document Map (डाकुमेंट मैप),Zoom (जूम) View Menu (वीव मीन):- इस मेनूके अन्दरdocument का appearance (स्वरूप) बदलने से सम्बन्धितcommonds पायी जाती है। इसमें 4 view पाये जाते है। 1. Normal: इसमें border, page layout और vertical ruler नहीं दिखायी देता है 2. Web layout: इस view में web page की तरह दिखायी देता हैं जैसा कि internet browser पर दिखायी देता है। लेकिन appearance normal vew जैसा होता है। 3. print layout: इस view में page layout, border, & left top में Ruler bar, Right & botton में scroll bar दिखायी देता है। 4. out line: इस view में ruler bar नहीं दिखायी देता है। इसमें heading, sub heading, text & sub document create कर सकते है। इसमें कोई graphics object नहीं दिखायी देता है। इसमे एक outline tool bar भी दिखायी देता है। जिसमें इससे सम्बन्धित GUI commonds होती है। Tool Bars(टूलबार):- इसमें विभिन्न तरीके के tool bar होते है। जिनको यहाॅ से appear या disappear कर सकते है। जैसे कि standard toolbar, formating toolbar & drawing toolbar इत्यदि । Header & Footer (हेडर और फुटर):- इस आपशन से header & footer लगा सकते है। और देख सकते है। इस आपशन को select करने पर header & footer toolbar Hभी खुलता है। जिसमें इससे सम्बन्धित commands होती है। जो इस प्रकार दिखायी देता हैं। Document Map (डाकुमेंट मैप):- इस आपशन को सेलेक्ट करने पर एक बायी ओर window खुल कर आ जाती हैं। जिसमें headingsदिखायी देती हैं। उन heading पर click कर उसमें सम्बन्धित text देख सकते हैं। इस तरह इसका प्रयोग heading को collapse & expand करने के लिये प्रयोग करते है। Zoom (जूम):-इस आपशन से page का size छोटा या बडा करने के लिए प्रयोग करते हैं। MS Word : Edit Menu (इडिट मेनू) word_Edit Menu (इडिट मेनू),Undo(अन्डू),Redo (रिडू),Cut (कट),Copy (कापी),Paste Special (पेस्ट स्पेशल),Clear (क्लीयर),Select all (सेलेक्ट आल),Find (फाइन्ड),Replace (रिपलेस),Goto (गोटू) Edit Menu (इडिट मेनू):- Undo(अन्डू):- यह आपशन current action को डीलीट करता है। और previous action पर पहुॅच आता है। Redo (रिडू):- इस आपशन से current action delete हो जाता है। और next action पर पहुॅच जाता है। Cut (कट):- इस आपशन से द्वारा selected text को हटा कर clipboard में डाल दिया जाता है। Copy (कापी):- इस commond के द्वारा selected text कापी कर के clipboard में store कर दिया जाता है। और text वही पर बना रहता हैं। Paste(पेस्ट):- इस आपशन के माध्यम से clipboard में store data को वहा पर paste किया जाता है। जहाॅ पर cursor होता है। Paste Special (पेस्ट स्पेशल):- selected text को कट या कापी करने के बाद किसी विशिष्ट रूप मे paste कर सकते है। यह आपशन को select करने पर एक dialog box open gोता है। वहाॅ से विशिष्ट रूप select कर के ok button पर क्लिक करने से पेष्ट हो जाता है। इसका dialog box इस प्रकार दिखायी देता है। Clear (क्लीयर):- इस आपशन को select करने पर selected text हट जाता है। Select all (सेलेक्ट आल):- इस आपशन से पूरा document select हो जाता है। Find (फाइन्ड):- इस आपशन से द्वारा document के अन्दर किसी विशिष्ट text या word को ढूढा जाता हैं। Replace (रिपलेस):- इस आपशन के जरिये किसी स्पेशल text को किसी दूसरे text से Replace कर सकते है। Goto (गोटू):- इस आपशन की मदद से किसी specified page, line bookmark , comment, footnote & heading पर पहॅुच सकते है। MS Word : File Menu (फाइल मेनू) word_File Menu(फाइल मेनू), New (न्यू),Open(ओपेन),Close(क्लोज),Save (सेव),Save as (सेव ऐज),Save as wab page (सेव एज वेब पेज),page setup(पेज सेटअप),Print (प्रिट) File Menu(फाइल मेनू)_ New (न्यू):- इस option के माध्यम से नया document बनाया जाता हैं। इसकी short cut key Ctrl+N होती है। Open(ओपेन):- इस option के माध्यम से पहले से बना हुआ document file को खोलते हैं। इसकी shortcut key ctrl+o होती है। Close(क्लोज):- इसमें current open file को बन्द किया जाता है Save (सेव):-इस option के माध्यम से file को permanent storage device पर सुरक्षित करते है। Save as (सेव ऐज):-इसके द्वारा current open file की duplicate copy तैयार करते है। Save as wab page (सेव एज वेब पेज):-इस option के द्वारा file को html format में सेव करते है। जो internet browser से open हो जाती है। page setup(पेज सेटअप) :- इस option का प्रयोग पेज की margin size & orientation set सेट करते है इस option को select करने पर page setup dialog box खुल जाता है। जो इस प्रकार दिखायी देता है। margin से पेपर के चारो तरफ स्पेस set किया जाता है। जैसे कि left Right top & botton इसके साथ header & footer का space भी निर्धारित कर सकते है। gutter position भी सेट कर सकते है। जोकि binding के लिए स्पेस छाडते है। इसको पेज के लेफ्ट में या top में सेट कर सकते है। pager size:- पेपर साइज से हम पेपर की width & hight घटाते बढाते है। और पेज का orintation set करते है। Portrait:- peper पर printout horizontal lines में होता है। Landscape:- peper पर printout virtical line में होता है। Print Preview (प्रिंट प्रीवीव):- इस कमान्ड की सहायता से देखते है कि पेपर पर printout कैसा आयेगा। Print (प्रिट):- इस option के द्वारा पेपर पर printout लिया जाता है। इसका diolog box नीचे दिया गया है। जिसमें हम printout की setting कर सकते है। Sent To (सेंट टू):- इस option के द्वारा document को mail या fax इत्यदि कर सकते है। Exit(इक्जिट):- इस option के द्वारा msword से बाहर आते है। hi friends kesa lag mera page agar apa ko mera pages achha laga ho to please subscribe and press bell icon and also like comment and share my pages ok thanks friends

MS Word : Tools word_Tools,Spelling And Grammer(स्पेलिंग एण्ड ग्रामर),Word Cound(वर्ड काउन्ट ),Autocorrect(आटो करेक्ट ),Protect Document(प्रोटेक्ट डाकूमेंट),Mail Merge (मेल मर्ज ),Macro(Word : Format word_Format(फ़ारमैट मेनू)Font- ,Paragraph- पैराग्राफ,Columns,Change Case(चेन्ज केस),Background(बैंक ग्राउन्ड ),Tabs,Text Direction(टेक्स्ट डायरेक्शन) ) S Word : Insert (इनसर्ट) word_Insert Menu (इनसर्ट मेनू):-Break (ब्रेक),Page Numbar (पेज नम्बर),Date & Time (तारीख एवं समय),Autotext (आटोटेक्स्ट ),Symbol (सिम्बल),Comments (कमेन्टस),Footnote (फुटनोट),Caption (कैंपसन),Cross Reference (क्रास रिफ्रेन्स ),Index & tables (इन्डेक्स और टेबल्स ),Picture (पिक्टर),Hyperlink (हाइपरलिंक)

MS Word : Tools word_Tools,Spelling And Grammer(स्पेलिंग एण्ड ग्रामर),Word Cound(वर्ड काउन्ट ),Autocorrect(आटो करेक्ट ),Protect Document(प्रोटेक्ट डाकूमेंट),Mail Merge (मेल मर्ज ),Macro(मैकरो ) Tools Spelling And Grammer(स्पेलिंग एण्ड ग्रामर):- इस आपशन के द्वारा document के अन्दर लिखे गये text की spelling जाॅचते है। और ग्रामर mistake भी पता करते है। Word Cound(वर्ड काउन्ट ):- इस आपशन से document की पूरी statistics पता करते है। कि कितने paragraph, line & words इत्यादि यह इस तरह से show करता है। Autocorrect(आटो करेक्ट ):- यह एक ऐसा आपशन होता है। जिसमें कई word अपने आप सही हो जाता है। word और उनके सही forms पहले से set कर दिये जाते है। तो उसके लिखने के बाद enter को प्रेस करने पर या space bar प्रेस करने पर स्वयं सही हो जाते है। उसे auto correct कहते है। इसका dialog box इस तरह होता है। MS Word : Format word_Format(फ़ारमैट मेनू)Font- ,Paragraph- पैराग्राफ,Columns,Change Case(चेन्ज केस),Background(बैंक ग्राउन्ड ),Tabs,Text Direction(टेक्स्ट डायरेक्शन) Format Font- फान्ट के माध्यम से स्क्रीन पर टेक्स्ट को एक स्टइल में लिखा जाता है जो स्क्रीन पर प्रदशित होता है। इससे font name,style & size cदलते है जो डाकुमेंन्ट स्कीन पर दिखता है। इसका dialog box नीचे दिया गया है । Paragraph- पैराग्राफ की माध्यम से पैराग्राफ की फाॅरमेटिंग करते है फाॅरमैट पैराग्राफ पर क्लिक करते है। तो इसका dialog box इस प्रकार प्रदर्शित होता है। Columns:- text को columns में लिखना प्रायः एक फैशन की तरह है। जैसा की न्यूज पेपर में लिखा रहता है। टेक्स्ट लिखने के बाद कालम आपशन मे जाते है। वहाॅ पर एक डाइलाग बाक्स खुल कर आता है जहाॅ से no of columns select करतें है। जो इस प्रकार है । Change Case(चेन्ज केस):- इससे text का case बदलते है। जब हम इस आपशन को select करते है। तो एक dialog box खुलता है जो नीचे दिखाया गया। Background(बैंक ग्राउन्ड ):- इससें document का background बदलते है। जिसमे हम कोई color, texture या picture डाल सकते है। इसका dialog box नीचे दिया गया है। Tabs: – document में टेब का प्रयोग साधारण लिस्ट की Rilatiuely के लिए किया जाता है। टैब का प्रयोग भी text में alignment set करने के काम आता है। लेकिन by default tab o. s inch सेट हो जाता है। इसमें वैलु लेफट में मार्जिन में सेट होती है। Text Direction(टेक्स्ट डायरेक्शन):- जो text box document में insert menu से insert किया जाता है। उसकेs text का direction बदलने के लिए प्रयोग करते है। MS Word : Insert (इनसर्ट) word_Insert Menu (इनसर्ट मेनू):-Break (ब्रेक),Page Numbar (पेज नम्बर),Date & Time (तारीख एवं समय),Autotext (आटोटेक्स्ट ),Symbol (सिम्बल),Comments (कमेन्टस),Footnote (फुटनोट),Caption (कैंपसन),Cross Reference (क्रास रिफ्रेन्स ),Index & tables (इन्डेक्स और टेबल्स ),Picture (पिक्टर),Hyperlink (हाइपरलिंक) Insert(इनसर्ट) Insert Menu (इनसर्ट मेनू):- इस मीन के अन्दर document की कार्य क्षमता को बढाने से सम्बन्घित commonds होते है। वे इस प्रकार है। Break (ब्रेक):- इसमें document के matter को पेजों में तोडा जाता है। जब हम इस आपशन को select करते हैं। तो यह एक dialog box डिस्पले करता है। जो नीचे दिया गया है। Page Numbar (पेज नम्बर):- इस आपशन के द्वारा document में page Numbar डालते है। इसका dialog box इस तरह डिस्पले होता है। Date & Time (तारीख एवं समय):-इसमें पेज के अन्दर जहाॅ पर cursor होता है। वहाॅ पर date & time डाल सकते है। Autotext (आटोटेक्स्ट ):- इसमे पेज के अन्दर at the cursor position कुछ विशिष्ट टेक्स्ट को डाल सकते है इससे टाइप करने का समय बच जाता है। और Spelling mistake नहीं होती हैं। Symbol (सिम्बल):- इस आपशन के द्वारा document में symbol insert किया जाता है। जब हम इस आपशन को सिलेक्ट करते है तो एक dialog box कुछ इस तरह से दिखायी देता है। Comments (कमेन्टस):-इस आपशन के द्वारा पेज के अन्दर कहीं भी secret text लगा सकते है। जिसके माध्यम से, बाद में हम कभी उस निश्चित location पर पहुॅच सकते है। Footnote (फुटनोट):- इस आपशन के द्वारा हम किसी वर्ड की व्याख्या symbol के साथ पेज की बाटम में दे सकते है। इसका dialog box इस प्रकार डिस्पले हेाता है। Caption (कैंपसन):- इस आपशन के द्वारा किसी graphics object का टाइटिल दे सकते है। Cross Reference (क्रास रिफ्रेन्स ):- इसकी सहायता से हम document में items को एक दूसरे से link स्थापित कर सकते है। और इसकी सहायता से एक location से दूसरी location पर Navigate कर सकते है उदाहरण के रूप में दो heading को एक दूसरे से link कर सकते है। जैसे कि इसमें page 1 पर Heading 1 बनाये और page 2 पर heading 2 बनायी और इसके बाद cross reference option को select कर insert button पर क्लिक करने से cursor होता है वहाॅ पर link बन जाता है। Index & tables (इन्डेक्स और टेबल्स ):- इस आपशन की मदद से topics का index तैयार किया जाता है। कि कौन सा topic किस page पर है इससे topic ढूढना आसान हो जाता है। जैसा कि किताबो के अन्त में दिया होता है। इसको select करने पर dialog box आता है। जिससे topics की marking कर लेते है। फिर नये पेज पर lndex को create कर लेते है। Picture (पिक्टर):- इस आपशन से document के अन्दर जहाॅ पर cursor होता है। वहाॅ पर computer में store किसी भी picture को insert कर दिया जाता है। Text Box (;टेक्ट बाक्स ):- इससे document के अन्दर एक text box insert हो जाता है। इसके बाद इसमें जो text लिखा जाता है। इसका direction बदल सकते है। Hyperlink (हाइपरलिंक):- इसकी सहायता से किसी दूसरी file को document के अन्दर atach कर सकते है। उसका एक लिंक बना लेते है और उस पर click करने पर atached file खुल जाती है। इसकी shortcut key ‘ctrl + k’ होती है।

Starting Msword (msword को शुरू करना) word_Starting Msword (msword को शुरू करना) स्टार्ट एम एस वर्ड,स्टेटस बार,रूलर बार,फारमैेटिग टुल बार,मेनूबार और टाइटिल बार आदि Starting Msword (msword को शुरू करना):- Msword को हम तीन तरीके से open कर सकते है।MS Word : Features (विशेषताऐ) msword की मुख्य विशेषताऐ क्या है Features(विशेषताऐ) Web Related Feature(वेब सम्बन्धित विशेषताए) :- Internal Features (आन्तरिक विशेषताए): General Features (सामान्य विशेषताऐ)

एम.एस.वर्ड जैसे ही आप 2007 Microsoft Office सिस्टम स्थापित और सक्रिय करते हैं, निर्देश और जानकारी स्वचालित रूप से प्रस्तुत या उपलब्ध होते हैं। पहली बार वर्ड 2007 खोलने पर आप उसकी नई दिखावट से आश्चर्यचकित हो सकते हैं| अधिकांश परिवर्तन रिबन में ही हैं, जो कि Word के शीर्ष पर एक विस्तृत क्षेत्र है।रिबन प्रचलित आदेशों को सामने लाता है, ताकि आपको बार-बार किए जाने वाले कार्यों के लिए प्रोग्राम के विभिन्न भागों में न ढूँढना पढ़ें। आखिर बदलाव क्यों हैं ? जी हमारा उत्तर ये होगा कि आपके कार्य को आसान और शीघ्र बनाना रिबन का उपयोग अनुभवों के गहन शोद के बाद डिज़ाइन किया गया है जिसे माइक्रो सॉफ्ट के कार्य कर्ताओं ने बहुत ही सुन्दर तरीके से सजाया है। एम्.एस.वर्ड को ओपन करने के लिए टास्क बार पर बने बटन पर माउस से बाये बटन से क्लिक करें उसके बाद या तो रन कमांड में winword लिखे या प्रोग्रामस में जाएँ फिर दायें तीर के निशान कि और बड़ते हुए माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस में एम् एस वर्ड का चुनाव कर एंटर कुंजी दबाएँ या बाएं बटन से क्लिक करे। इस अध्याय में आपको रिबन के बारे में अधिक जानकारी देने का प्रयास किया गया है, ताकि आप आसनी से उसे समज सके। रिबन के तीन भाग Tab(टैब्ज़), Group(समूह), और Comments(टिप्पणियाँ )हैं.रिबन पर ये तीन मूल घटक होते हैं. यह जानना अच्छा है कि प्रत्येक क्या कहलाता है ताकि आप समझ सकें कि इसे कैसे उपयोग करना हैं| ØTab शीर्ष पर सात मूल घटक हैं. प्रत्येक किसी कार्य क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है| ØGroup. टैब में कई समूह है जो कि संबंधित आयटम्स को एक साथ दिखाता हैं| ØComment. में कोई आदेश एक बटन, जानकारी दर्ज करने के लिए बॉक्स, या मेनूहोता हैं| टैब पर प्रत्येक वस्तु, उपयोगकर्ता की गतिविधियों के अनुसार सावधा‍नीपूर्वक चयन की गई है. उदाहरण के लिए, home टैब पर आपके द्वारा अधिकांश उपयोग की जाने वाली सभी चीजें होती हैं, जैसे पाठ फ़ॉन्ट बदलने के लिए फ़ॉन्ट समूह में आदेश: जेसे कट, कॉपी, पेस्ट फॉर्मेट पेंटर, फ़ॉन्ट आकार, बोल्ड, इटैलिक, अन्डरलाइन और अन्य। जब हम वर्ड ओपन करते हनीं तो हमे सब से पहले ये स्क्रीन नजर आता है । यहाँ पर सबसे ऊपर बाएं कोने में एक गोल बटन नजर आता है जिसे ऑफिस बटन कहते हैं जिसका उपयोग आप एक नई फाइल बनाने में एक मौजूदा फ़ाइल को खोलने, एक फ़ाइल को बचाने के लिए, और कई अन्य कार्य करने के लिए मेनूका उपयोग कर सकते हैं. और उस के पास में तीन बटन वाला एक छोटा सा बॉक्स जिसे त्वरित पहुँच उपकरण पट्टी(quick access toolbar) कहते हैं जिसका उपयोग आप अपनी फाइल को सुरक्षित करने के लिए आपके द्वारा लिए गए कार्य को पूर्ववत करने, और कार्य को वापस लेने के लिए होता है। ऑफिस बटन के पास एक तीर का चीन नजर आता है, जिसे त्वरित पहुँच उपकरण पट्टी अनुकूलित (customize quick access toolbar) कहते हैं। इस तीर के चिन्न से हम इस पट्टी पर और बटन लगा या हटा सकते हैं। यहाँ सब ले पहले होम टैब में हम कट कॉपी पेस्ट आदि के बारे में जानेंगे जेसा कि आप पहले पेंट, नोटपैड, में पढ़ा वेसे ही यहाँ पर भी है परन्तु यहाँ पर होम तब में तीन और नहीं चीज देखने को मिलेंगी 1. पेस्ट में paste as hyperlink, 2. format painter, 3. clipboard. यहाँ सब का वर्णन निचे दिया गया है देखे - सब से पहले हम वर्ड की एक नयी फाइल ओपन करते हैं और उसमे कुछ लिखते हैं फिर लिखे हुए टेक्स्ट को सेल्लेक्ट करने के बाद होम टेब में कट बटन का उपयोग करते है तो हमारा वह लेख जिसे हमने सेल्लेक्ट किया है वो उस जगह से हट जाता है और क्लिप बोर्ड में सेव हो जाता है। वहां से हम इसे जहाँ चाहे वहां पेस्ट कर सकते हैं पेस्ट का मतलब चिपकाना होता है ठीक इसी प्रकार जब हम सेल्लेक्ट डाटा को कॉपी करते है तो वो भी क्लिपबोर्ड में सुरक्षित हो जाता है परन्तु जेसे कट कमांड से डाटा उस जगह से हट गया था यहाँ वह नहीं हटता नहीं है। क्लिपबोर्ड में वही डाटा रहता है जो हमने बाद में किया है जेसे कॉपी वाला डाटा अब क्लिपबोर्ड में रहेगा। अर्थात ØCut (Ctrl+X) :- इस कमांड का प्रयोग सेलेक्ट किये हुए Matter को हटाकर Clipboard में रखने के लिए किया जाता है] जेसा की आपने पहले पेंट]नोटपैड या वर्डपैड में पढ़ा परन्तु यहाँ पर हम क्लिपबोर्ड को प्रत्यक्ष देख सकते है। ØCopy (Ctrl+C) :- इस कमांड का प्रयोग सेलेक्ट Matter को Clipboard में Copy करने के लिए किया जाता है। ØPaste (Ctrl+V) :- इस कमांड का प्रयोग Clipboard में रखे हुए Text को अपने फाइल में Top Left Side es Paste किया जा सकता है। यदि आवश्यकता हो तो जहाँ पर आप ने कर्सर रखा है वहां पर भी ये Paste किया जा सकता है। ØPaste Special:- इस कमांड के प्रयोग से Cut या Copy वाला Matter कुछ अन्य तरीके से (जैसे पिक्चर फॉर्मेट) Paste किया जाता है। जैसे ही हम Paste Special Option पर क्लिक करते है एक Dialog Box Open होता है जैसे निचे चित्र में दिखाया गया है। यहाँ इसमें किसी भी आप्शन को चुनकर OKबटन पर क्लिक करते है तो वह Matter जो हमने कट या कॉपी किया था वह चुने हुए फॉर्मेट में पेस्ट हो जाएगा। ØPaste as Hyperlink(Ctrl+Shift+C):- इस कमांड के द्वारा जब हम कोई हाइपर लिंक बनते है और उस लिंक से जब वो फाइल खोलते है तो उस फाइल से जो भी डाटा कॉपी होता है उस को हम paste as hyperlink कर सकते है यानि कॉपी वाला डाटा भी यहाँ पर लिंक बन जाता है। इस का उपयोग हम बार बार हाइपर लिंक न बनाना पड़े इस लिए उस को एक बार उसे करते हैं। ØFormat Painter(Ctrl+Shift+C):- इस कमांड के प्रयोग से किसी भी शब्द, वाक्य आदि में जो भी डिजाईन आप ने दी है वो किसी दुसरे शब्द, वाक्य पर लगा सकते हो। ये कॉपी जेसा ही है परन्तु अंतर ये है कि कॉपी से डाटा पूरा का पूरा छप जाता यदि हम किसी एक अक्षर, शब्द या वाक्य पर उसे लगाना चाहें तो, जबकि फॉर्मेट पेंटर से केवल उस शब्द पर फॉर्मेट ही आता है न की पूरा शब्द जो हमने सेलेक्ट किया है। नोट:- ­Paste कमांड तभी काम करेगी जब Matter Cut या Copy किया हुआ होता है। तथा ऑफिस 2010 या 2013 में यहाँ पेस्ट में इस तरह ही एक और छोटी विन्डियो नजर आती है इस में जो आप्शन दिए गए है उसे हम बाद में पढेंगे। Starting Msword (msword को शुरू करना) word_Starting Msword (msword को शुरू करना) स्टार्ट एम एस वर्ड,स्टेटस बार,रूलर बार,फारमैेटिग टुल बार,मेनूबार और टाइटिल बार आदि Starting Msword (msword को शुरू करना):- Msword को हम तीन तरीके से open कर सकते है। (1) start->all program->msword पर mouse का left Button click कर (2) start -> Run …पर click करने पर एक dialog box open होता है। उसमें name को आगें Box esa winwood type कर ok Botton पर click करने कर (3) disktop window पर मौजूद msword के shortcut icon पर click करने पर लेकिन किसी भी तरीके से open करे msword की main window इस प्रकार दिखेगी जिसका चित्र नीचे दिया गया है। Title bar (टाइटिल बार):- इस विन्डो में सबसे ऊपर टाइटिल बार होता है। जिसमें applcation का Logo, document का नाम, application का नाम और तीन control botton दिखायी देता है। Menu Bar (मेनूबार):- इस विन्डो में title bar के नीचे menu bar दिखायी देता है। menu के अन्दर options पाये जाते है। option का प्रयोग कर कम्प्युटर को दिशा निर्देश दिया जाता है। options (commands) को उनके working behavour के अनुसार categorize कर दिया जाता है। जिन्हे मेनू(menu) कहते है Standard Tool Bar :- यह tool bar menu bar के नीचे होता है इसमें commands icons के रूप में दिखायी देती है जिनको user देख कर अपने अनुसार प्रयोग कर सकता है। इसमें उन commandss को icons के रूप में दिखाया जाता है। जिन्हे user प्रायः use करता है। जैसे कि new, open, save etc. Formatting Tool Bar (फारमैेटिग टुल बार):- यह बार सामान्यतः standard tool bar के नीचे होता है। इसमें document को formatting से सम्बन्धित commands icons के रूप में दी होती हैं जिनको use कर document का appearance बदल सकते है। Ruler Bar (रूलर बार):- यह बार format bar से नीचे एवं page के ठीक ऊपर होता है। इसका प्रयोग Tab setting एवं text indentation के लिए प्रयोग करते है। Status Bar (स्टेटस बार):- यह बार विन्डो के सबसे नीचे स्थिति होता है। यह document की current position को बताता है। Details Of Menu :- menu के अन्दर commonds पायी जाती है। जिन्हे options कहते है। options के कार्य प्रकति के अनुसार अलग-अलग menu के नाम से grouping कर दिया जाता है। जैसे कि file menu, edit menu , vew menu & insert menu etc. MS Word : Features (विशेषताऐ) msword की मुख्य विशेषताऐ क्या है Features(विशेषताऐ) msword की मुख्य विशेषताऐ msword user को ज्यादा क्यो प्रसन्द है क्योकि इसमें काम करना बहुत आसान है। इसकी कुछ विशेषताए इस प्रकार है। Web Related Feature(वेब सम्बन्धित विशेषताए) :- 1. web centered document creation(वेब से सम्बन्धित फाइल बनाना):- 2. document को HTML format में सेव कर सकते हैं। जिसको हम internet browser से भी देख सकते है। 3. web page wizard (वेब पेज विजार्ड ) इसकी सहायता से आसानी से और जल्दी से web page बना सकते है। 4. web page preview (वेब पेज प्रीवीव) इसमें हम web page dk preview देख सकते है कि कैसा Brouser पर दिखेगा । 5. hyperlink interface (हापरंिलंक इन्टरफेस): इसके मदद से दूसरे document या पेज को link कर सकते है। और इस पर click करने पर वह सम्बन्धित page खुल जाता है। 6. internet connectivity (इन्टरनेट कनेक्टीविटी): इसमें इण्टरनेट से connection कर सकते है और E-mail बहुत ही आसानी से कर सकते है। Internal Features (आन्तरिक विशेषताए): 1. Language settings (लेंगुएज सेटिग्स) बिना किसी दूसरी क्रिया को प्रभावित किये user अपनी मन प्रसन्द भाषा का चयन कर सकता है। 2. Proofing tools (प्रूफिग टूल्स) user अपनी प्रसन्द की कई भाषाये। software डाल सकता है। और उससे सम्बन्धित spelling & grammer checking tool भी डाल सकते है। 3. Assign language (एसाइन लैम्पूज): user अपनी मन प्रसन्द भाषा में काम कर सकते है। जिसको operating system support करे। General Features (सामान्य विशेषताऐ) (1) Office assistant (आफिस असिस्टैंट):- यह help प्रदान करने का gateway होता है। इसकी सहायता से ms word से सम्बन्घित किसी भी topic की जानकारी प्राप्त कर सकते है। (2) Drawing tools (ड्राइंग टूल्स):- msword 3D shape बनाने के tools प्रदान करता है। जिसकी सहायता से हम मनचाही 3D drawing आसानी से बना सकते है। (3) Editing & proofing tools (इडीटिगं और प्रूफिगं टूल्स ):- msword के अन्दर grammatical & seilling mistake को सही करने के बहुत ही अच्छे tools उपलब्ध है। जिसकी सहायाता से हम गलतियो को सुधार सकते है। (4) template & wizard (टेम्पलेट और विजार्ड) msward के अन्दर कुछ बने हुए format उपलब्घ होते है। जो user को एक proper format & style प्रदान कर सकते है। जिसको use कर user अपने document को सही format प्रदान कर सकते है। (5) mail merge (मेल मार्ज): इस tool की मदद से user कम समय कई correspondance letter तैयार कर सकते है। इसमें letter document & Record source Document को एक में (merge) मिला कर कई correspondonce letter तैयार कर सकते है।

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